नवग्रह पीड़ाहर स्तोत्र – Navgraha Pidahar Stotra

नवग्रह पीड़ाहर स्तोत्र एक महत्वपूर्ण स्तोत्र है जिसे नवग्रहों की अशुभता को दूर करने और शुभ फल प्राप्त करने के लिए किया जाता है। यह स्तोत्र सभी नौ ग्रहों के दोषों को शांति प्रदान करता है और जीवन में सुख, समृद्धि और शांति लाने में सहायक होता है। इस स्तोत्र के माध्यम से सबसे पहले … Read more

श्री राहु कवचम ! Shri Rahu Kavach

श्री राहु कवचम हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण स्तोत्र है जो राहु ग्रह के नकारात्मक प्रभावों से रक्षा के लिए किया जाता है। राहु को नवग्रहों में से एक माना जाता है और इसके अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए श्री राहु कवचम का पठन किया जाता है। आधुनिक जीवन में अनेक प्रकार की … Read more

शनैश्चर स्तवराज स्तोत्र क्या है ? कैसे करें ?- Shanaishchar Stavraj Stotra

शनैश्चर स्तवराज स्तोत्र भगवान शनि की स्तुति करने वाला एक महत्वपूर्ण और प्रभावशाली स्तोत्र है। इसे विशेष रूप से शनिदेव की कृपा प्राप्त करने और उनकी महादशा या साढ़ेसाती के अशुभ प्रभावों को कम करने के लिए पढ़ा जाता है। शनिवार के दिन दोपहर में शनि मंदिर में शनि प्रतिमा को गंध, तिल का तेल, … Read more

दशरथकृत शनि स्तोत्र क्या है ? इसका पाठ कैसे करें ?- Dashrathkrit Shani Stotra

दशरथकृत शनि स्तोत्र एक प्राचीन हिन्दू स्तोत्र है जो भगवान शनि की स्तुति करने के लिए रचा गया है। यह स्तोत्र राजा दशरथ द्वारा रचा गया था, जो रामायण के महान पात्र और भगवान राम के पिता थे। इस स्तोत्र का पाठ शनि देवता को प्रसन्न करने और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए किया … Read more

शिव अपराध क्षमापन स्तोत्र क्या है और कैसे करें ?

शिव अपराध क्षमापन स्तोत्र !  शिव अपराध क्षमापन स्तोत्र आदि शंकराचार्य द्वारा लिखा गया एक प्राचीन संस्कृत स्तोत्र है, जिसे भगवान शिव की आराधना और उनसे क्षमा याचना करने के उद्देश्य से लिखा गया है। इस स्तोत्र का उच्चारण शिव भक्तों के द्वारा किया जाता है ताकि वे अपने जीवन में किए गए पापों और … Read more