श्री राहु कवचम हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण स्तोत्र है जो राहु ग्रह के नकारात्मक प्रभावों से रक्षा के लिए किया जाता है। राहु को नवग्रहों में से एक माना जाता है और इसके अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए श्री राहु कवचम का पठन किया जाता है। आधुनिक जीवन में अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है जिनका समाधान कभी-कभी ज्योतिष और आध्यात्मिक उपायों में खोजा जाता है। श्री राहु कवचम इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण उपाय है। यह न केवल नकारात्मक ऊर्जा से बचाता है बल्कि जीवन में सुख, शांति और समृद्धि भी लाता है।
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श्री राहु कवचम
ध्यानम्
राहुं चतुर्भुजं चर्मशूलखड्गवराङ्गिनम्
कृष्णाम्बरधरं नीलं कृष्णगन्धानुलेपनम् ।
गोमेधिकविभूषं च विचित्रमकुटं फणिम्
कृष्णसिंहरथारूढं मेरुं चैवाप्रदक्षिणम् ॥
प्रणमामि सदा राहुं सर्पाकारं किरीटिनम् ।
सैंहिकेयं करालास्यं भक्तानामभयप्रदम् ॥ १ ॥
श्री राहु कवचम
नीलाम्बरः शिरः पातु ललाटं लोकवन्दितः ।
चक्षुषी पातु मे राहुः श्रोत्रे मेऽर्धशरीरवान् ॥ २ ॥
नासिकां मे करालास्यः शूलपाणिर्मुखं मम ।
जिह्वां मे सिंहिकासूनुः कण्ठं मे कष्टनाशनः ॥ ३ ॥
भुजङ्गेशो भुजौ पातु नीलमाल्यः करौ मम ।
पातु वक्षौ तमोमूर्तिः पातु नाभिं विधुन्तुदः ॥ ४ ॥
कटिं मे विकटः पातु ऊरू मेऽसुरपूजितः ।
स्वर्भानुर्जानुनी पातु जङ्घे मे पातु चऽव्ययः ॥ ५ ॥
गुल्फौ ग्रहाधिपः पातु नीलचन्दनभूषितः ।
पादौ नीलाम्बरः पातु सर्वाङ्गं सिंहिकासुतः ॥ ६ ॥
राहोरिदं कवचमीप्सितवस्तुदं यो
भक्त्या पठत्यनुदिनं नियतश्शुचिस्सन् ।
प्राप्नोति कीर्तिमतुलां च श्रियं समृद्धि-
मारोग्यमायुर्विजयावसित प्रसादात् ॥ ७ ॥
इति पद्मे महापुराणे राहु कवचः ।
लक्षण और संकेत
राहु के अशुभ प्रभाव के कई लक्षण होते हैं जैसे कि मानसिक तनाव, नौकरी या व्यवसाय में असफलता, स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं और पारिवारिक कलह।
राहु दोष के संकेत
राहु दोष के संकेत में अचानक से धन हानि, विवाद, और न्यायालय में मामले शामिल होते हैं। यह व्यक्ति के जीवन में अचानक और अप्रत्याशित घटनाओं का कारण बनता है।
राहु दोष का निदान कैसे करें
राहु दोष का निदान करने के लिए कुंडली विश्लेषण किया जाता है। इसमें राहु की स्थिति और उसकी दृष्टि का विशेष ध्यान दिया जाता है।
राहु दोष के परीक्षण के उपाय
राहु दोष के परीक्षण के लिए ज्योतिषी की सलाह लेना महत्वपूर्ण है। वे विभिन्न विधियों से राहु दोष का परीक्षण करते हैं और उसके समाधान के उपाय बताते हैं। राहु दोष का निदान करने के लिए कुंडली विश्लेषण किया जाता है। इसमें राहु की स्थिति और उसकी दृष्टि का विशेष ध्यान दिया जाता है।
निष्कर्ष
श्री राहु कवचम राहु ग्रह के अशुभ प्रभावों से बचाव का एक महत्वपूर्ण साधन है। इसका नियमित और विधिपूर्वक पठन जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाता है। जो लोग राहु के अशुभ प्रभावों से परेशान हैं, उन्हें श्री राहु कवचम का पठन करना चाहिए और विशेषज्ञों की सलाह लेनी चाहिए। इससे न केवल उनके जीवन में शांति और स्थिरता आएगी, बल्कि उनके समस्त कार्यों में भी सफलता प्राप्त होगी।